भगवान की पूजा करने से,दर्शन करने से,और आरती में भाग लेने से मुझे एक असीम उर्जा प्राप्त होती है
हम चाहे कितना भी पोष्टिक खाना क्यों न खा ले फिर भी हमें उर्जा नहीं देगा यदि हम उस खाने को भगवान् को भोग लगा कर यदि हम खाना नहीं खाते है तो।
में पिछले 3-4 दिन से मंदिर नहीं गया था । आज दोपहर में जब पढ़ रहा था तो मेरी आँखों में दर्द हो रहा था
मैने आँखों को पानी से धोया फिर भी ठीक नहीं हुई ।
फिर में शाम को मंदिर गया और आरती में भाग लिया और दर्शन किये फिर में घर आ गया। खाना खा कर वापस में पढने लग गया । फिर अचानक मुझे याद आया की मेरी आँखों में अब दर्द नहीं हो रहा है। तब मुझे समझ में आया की मैरे मै पिछले 3-4 दिन से नकरात्मक ऊर्जा आ गयी थी । वो मंदिर जाने से खत्म हो गयी।
हम चाहे कितना भी पोष्टिक खाना क्यों न खा ले फिर भी हमें उर्जा नहीं देगा यदि हम उस खाने को भगवान् को भोग लगा कर यदि हम खाना नहीं खाते है तो।
में पिछले 3-4 दिन से मंदिर नहीं गया था । आज दोपहर में जब पढ़ रहा था तो मेरी आँखों में दर्द हो रहा था
मैने आँखों को पानी से धोया फिर भी ठीक नहीं हुई ।
फिर में शाम को मंदिर गया और आरती में भाग लिया और दर्शन किये फिर में घर आ गया। खाना खा कर वापस में पढने लग गया । फिर अचानक मुझे याद आया की मेरी आँखों में अब दर्द नहीं हो रहा है। तब मुझे समझ में आया की मैरे मै पिछले 3-4 दिन से नकरात्मक ऊर्जा आ गयी थी । वो मंदिर जाने से खत्म हो गयी।
No comments:
Post a Comment